कांग्रेस को तोड़कर मप्र में भाजपा ने सत्ता तो प्राप्त कर ली…
नई दिल्ली/भोपाल । कांग्रेस को तोड़कर मप्र में भाजपा ने सत्ता तो प्राप्त कर ली, लेकिन उसी समय से कुलीनों का कुनबा गुटबाजी का शिकार हो गया। अब चुनावी साल में गुटबाजी इस कदर चरम पर पहुंच गई है कि वर्चस्व की जंग में मंत्रियों में खींचतान मच गई है। भाजपा सूत्रों के अनुसार पहले से ही शिवराज, वीडी और सिंधिया गुट में बंटी भाजपा अब नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर दो फाड़ हो गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके समर्थक कैबिनेट सदस्य मंत्री भूपेंद्र सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाना चाहते हैं। वहीं आधे से अधिक मंत्री और विधायक वीडी शर्मा के पक्ष में हैं। अध्यक्षी को लेकर मची यह तकरार अब इस मुकाम पर पहुंच गई है कि एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चाबंदी करने लगे हैं।
गौरतलब है कि करीब 3 साल के इस शासनकाल में अभी तक भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ लॉबिंग कर रहे थे। लेकिन जबसे प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का कार्यकाल समाप्त हुआ है, भाजपा का एक बड़ा वर्ग उन्हें दोबारा प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नहीं देखना चाहता है। इसके लिए अंदरूनी तौर पर मंत्री भूपेंद्र सिंह का नाम आगे बढ़ाया गया है। भूपेंद्र सिंह शिवराज के करीबी हैं। वहीं भाजपा का एक बड़ा वर्ग वीडी शर्मा को ही प्रदेश अध्यक्ष के रूप में देखना चाहता है। इससे स्थिति यह हो गई है कि पार्टी दो खेमों में बंट गई है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को घेरने में असफल रहे उनके विरोधी अब प्रदेश अध्यक्ष की दावेदारी कर रहे भूपेंद्र सिंह को घेरने में जुट गए हैं। इसके लिए सिंधिया गुट के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और नाराज गुट के मंत्री गोपाल भार्गव ने शिवराज गुट के भूपेंद्र सिंह की कार्यशैली को लेकर पार्टी फोरम पर शिकायत की है। सूत्रों का कहना है कि मंत्रियों ने सीएम शिवराज से भी मुलाकात कर शिकायत की है। बताया जा रहा है कि यह विरोध अभी तक अंदर ही अंदर हो रहा था, लेकिन अब यह खुलकर सामने आ गया है। सागर में भाजपा दो गुटों में बंट गई है। एक गुट में मंत्री गोपाल भार्गव, गोविंद राजपूत, विधायक प्रदीप लारिया, शैलेन्द्र सिंह और जिलाध्यक्ष गौरव सिरोठिया में हैं।
जबकि दूसरे खेमे में मंत्री भूपेन्द्र सिंह और सांसद राजबहादुर सिंह बताए जा रहे हंै। नेताओं के बीच विवाद की जड़ भूपेन्द्र समर्थक राजकुमार धनौरा का राजपूत के खिलाफ मोर्चा खोलना, सागर विधायक शैलेन्द्र जैन के क्षेत्र में कार्यक्रम कराना। प्रदीप लहारिया की सीट नरियावली से टिकट बदलने की बात कर दी है। जिससे भाजपा नेताओं ने भूपेन्द्र के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बताया गया कि धनौरा की भूपेन्द्र सिंह के घर पर ही बैठक हुई, जिसका वीडियो वायरल हो गया है।
मप्र भाजपा में पहली बार गुटबाजी खुलकर सामने आई है। कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने बुंदेलखंड के मंत्री गोपाल भार्गव और सिंधिया खेमे के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की साफगोई के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की दावेदारी से भूपेन्द्र सिंह पीछे हट गए हैं। इस घटनाक्रम की दिल्ली में सियासी धमक सुनाई दे रही है। मंत्रियों का राजधानी में जमावड़ा लगा हुआ है और गुप्त बैठकों का दौर जारी है। सबसे खास बात यह है कि इस मामले में अभी तक किसी ने मुंह नहीं खोला है। माना जा रहा है कि भाजपा का एक गुट मंत्री भूपेन्द्र सिंह को वीडी शर्मा का विकल्प के तौर पर लाना चाहता है। इस घटनाक्रम से फिलहाल इस उम्मीद को झटका लग गया है।
भाजपा के सूत्रों का कहना है कि पार्टी में ओबीसी वर्ग अपना दबदबा बनाने के लिए अंदरूनी तैयारी में जुटा हुआ है। इसके लिए मंत्री भूपेंद्र सिंह ने प्रदेशभर में विधानसभावार ओबीसी वर्ग की जनसंख्या का आंकलन भी करवाया है। इससे भाजपा में अफवाह फैली हुई है कि इस बड़े वर्ग के माध्यम से पार्टी के ओबीसी नेता सत्ता और संगठन पर अपना वर्चस्व बढ़ाना चाहते हैं। इसलिए सवर्ण सहित अन्य जातियां भी जातीय गुटबाजी में जुट गई हैं। उधर, मप्र का पूरा घटनाक्रम फिलहाल दिल्ली पहुंच गया है। भाजपा में कई दिनों से गुप्त बैठकों का दौर चला। सागर के सभी मंत्री भोपाल में डटे हैं। वहीं कटनी के राजा एवं पूर्व विधायक धु्रव प्रताप सिंह ने भी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कांगे्रस में शामिल होने की धमकी दी है। साथ ही भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा पर भी अनसुनी के आरोप लगाए है। उनका वीडियेा वायरल हुआ है। इससे पहले अनूपपुर जिला महामंत्री अखिल द्विवेदी नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ चुके हैं।
वहीं, सागर के मंत्रियों की वर्चस्व की लड़ाई के मुद्दे को लेकर एमपी कांग्रेस ने अपने ट्वीटर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा पर निशाना साधाते हुए उनके खिलाफ मर्यादित शब्दों का इस्तेमाल किया। एमपी कांग्रेस ने लिखा कि भाजपा की कलह खुलकर सामने आई। भाजपा के दो मंत्री निकम्मे प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की जगह शिवराज के सामने गिड़गिड़ाये, मंत्री भूपेंद्र सिंह के विरोध में इस्तीफे की तैयारी है। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए लिखा कि शिवराज जी, एक भ्रष्ट, बेईमान, नकारा, निकम्मे और नफरती चिंटू को प्रदेश अध्यक्ष बनाने का नतीजा देखा?
उधर, सूत्रों का कहना है की पार्टी में बढ़ते रार को देखते हुए संघ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा को संगठन की कमान सौंपने के पक्ष में है। दरअसल, झा प्रदेश में करीब 40 साल से सक्रिय हैं और उनकी नेताओं और कार्यकर्ताओं में गहरी पैठ है। ऐसे में माना जा रहा है की प्रदेश भाजपा की कमान उन्हें दी जा सकती है।