मनोज तिवारी ने कोच गौतम गंभीर पर साधा निशाना: कहा- गलत खिलाड़ी चुने, गलत रणनीति बनाई और कागजी ऑलराउंडरों ने बर्बाद किया टेस्ट क्रिकेट


गंभीर की आलोचना: पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने भारतीय टेस्ट टीम की हार के बाद मुख्य कोच गौतम गंभीर की कड़ी आलोचना की। तिवारी ने कहा कि गंभीर के नेतृत्व में टीम में गलत खिलाड़ियों का चयन हुआ, रणनीति अस्थिर रही और अजीब प्रयोग किए गए।
बदलाव की मांग: तिवारी ने बीसीसीआई से कहा कि अगर भारतीय टेस्ट क्रिकेट को बचाना है, तो गंभीर को हटाकर अलग रेड-बॉल (टेस्ट) कोच लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि गंभीर के पास टेस्ट क्रिकेट कोचिंग का अनुभव नहीं है, इसलिए उनसे अच्छे नतीजों की उम्मीद करना गलत है।
गंभीर के बचाव पर तिवारी का जवाब: गंभीर ने कहा था कि उन्होंने टीम को चैंपियंस ट्रॉफी, एशिया कप जिताया और इंग्लंड टेस्ट ड्रॉ कराया। तिवारी ने इस पर कहा कि ये टीमें पहले से ही रोहित शर्मा, राहुल द्रविड़ और विराट कोहली ने बनाई थीं। गंभीर के बिना भी भारत जीतता।
घरेलू खिलाड़ियों को नजरअंदाज करने पर आपत्ति: तिवारी ने कहा कि सरफराज खान और करुण नायर जैसे घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को मौका नहीं मिला। उन्होंने कहा कि मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी में साझेदारियां बनीं, जो अगर शमी होते तो नहीं बनतीं।
ऑलराउंडरों पर विवाद: गंभीर ने मल्टी-स्किल्ड खिलाड़ियों को बढ़ावा दिया, लेकिन तिवारी ने इसकी आलोचना की।
तिवारी ने कहा कि भारत के पास असली ऑलराउंडर नहीं हैं। कपिल देव, जैक कैलिस जैसे खिलाड़ी ही असली मैच-विनर थे। आज के ऑलराउंडर सिर्फ रोल प्लेयर्स हैं।
विशेषज्ञों की जरूरत: तिवारी ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट में विशेषज्ञ खिलाड़ियों की जरूरत है, जो घरेलू क्रिकेट में अच्छा कर चुके हों। उन्होंने कहा कि सफेद गेंद (टी20, वनडे) के खिलाड़ियों से टेस्ट में अच्छे नतीजे नहीं मिल सकते।





