छठे दौर की नीलामी में इस्पात, बिजली, सीमेंट कंपनियों को मिले सबसे ज्यादा कोयला ब्लॉक
नयी दिल्ली. कोयला ब्लॉकों की नीलामी के छठे दौर में इस्पात, बिजली और सीमेंट कंपनियों ने सबसे अधिक खानें हासिल की हैं.
एक आधिकारिक नोट के अनुसार, जेएसडब्ल्यू स्टील ने छत्तीसगढ़ में बनई और भालुमुंडा खान, झारखंड में परबतपुर सेंट्रल और सीतानाला खान की है. वहीं जबकि जेएसडब्ल्यू सीमेंट ने मध्य प्रदेश में मारवाटोला – छह खदान हासिल की है.
जिंदल पावर ने छत्तीसगढ़ में स्थित गारे पाल्मा सेक्टर-एक, गारे पाल्मा चार/2 और गारे पाल्मा चार/3 कोयला खदानें जीती हैं.
रूंगटा संस प्राइवेट लिमिटेड ने ओड़िशा में सखीगोपाल-बी कांकीली और छेंडीपाड़ा (संशोधित) ब्लॉक और झारखंड में चोरिटांड तिलियाया खान हासिल की है.
आरसीआर स्टील वर्क्स ने झारखंड में स्थित पाताल ईस्ट (पूर्वी भाग) ब्लॉक जीता है जबकि उड़ीसा मेटर्लिजकल इंडस्ट्री ने पश्चिम बंगाल में कागरा जॉयदेव खदान हासिल की है. सीमेंट कंपनियों…अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड ने महाराष्ट्र में दाहेगांव-गोवारी खान हासिल की है, जबकि अल्ट्राटेक सीमेंट को मध्य प्रदेश में अर्जुनी ईस्ट ब्लॉक मिला है. डालमिया सीमेंट (भारत) ने मध्य प्रदेश में मंडला नार्थ, रामा सीमेंट इंडस्ट्रीज को मध्य प्रदेश में 1 मारवाटोला – सात और श्री सीमेंट ने छत्तीसगढ़ में दतिमा खान हासिल की है.
इस सूची के अनुसार, सीजी नैचुरल रिसोर्सेज ने छत्तीसगढ़ में पुरुंगा खदान और एमएच नैचुरल रिसोर्सेज ने महाराष्ट्र में माधेरी खदान नार्थ-वेस्ट हासिल की है. कोल पुल्ज को अरुणाचल प्रदेश का नामचिक नामफुक ब्लॉक मिला है, जबकि महावीर कोल इंडस्ट्रीज ने मध्य प्रदेश में डोंगेरी ताल- दो ब्लॉक हासिल किया है. इसी तरह समलोक इंडस्ट्रीज ने महाराष्ट्र में कलांबी कलमेश्वर (पश्चिमी भाग) और एमपी नैचुरल रिसोर्सेज ने मध्य प्रदेश में गोंडबेरा उझेनी ब्लॉक हासिल किया है.
गुजरात खनिज विकास निगम (जीएमडीसी) ने ओड़िशा में बुरापहाड़ और वैतरणी पश्चिम खदानें जीती हैं. झारखंड में श्रीसत्य माइंस ने बुराखाप स्मॉल पैच खान और असम खनिज विकास निगम (एएमडीसी) ने बिंजा कोयला ब्लॉक हासिल किया है. गंगा खनिज को मध्य प्रदेश का अर्जुनी वेस्ट ब्लॉक मिला है. कोयला मंत्रालय ने 29 मार्च को छठे दौर की नीलामी के तहत दी गई 29 कोयला खानों के लिए करार पर हस्ताक्षर किए हैं. इन खानों के परिचालन में आने से एक लाख रोजगार के अवसरों का सृजन होने की उम्मीद है.