सूरजपुर डबल मर्डर केस: दो आरोपियों के कांग्रेस से संबंधों पर BJP ने साधा निशाना
रायपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में हुए डबल मर्डर केस में पकड़े गए पांच आरोपियों में से दो के कांग्रेस से जुड़े होने की बात सामने आई है। इन आरोपियों में मुख्य आरोपी कुलदीप साहू और एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष चंद्रकांत चौधरी का नाम शामिल है। इस मामले को लेकर BJP ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया है।
बीजेपी ने सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेताओं के साथ आरोपियों की तस्वीरें पोस्ट की हैं। एक तस्वीर में कांग्रेस के भिलाई विधायक देवेंद्र यादव के साथ कुलदीप और चंद्रकांत नजर आ रहे हैं। इस फोटो के साथ बीजेपी ने कटाक्ष करते हुए लिखा, “खूब जमेगा रंग जब जेल में बैठेंगे तीन यार।” देवेंद्र यादव इस समय रायपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं, उन पर बलौदाबाजार में हिंसा भड़काने का आरोप है।
खूब जमेगा रंग जब जेल में बैठेंगे तीन यार
होंगे हर अपराधी जेल में, ज़ीरो टॉलरेंस है ‘’विष्णु सरकार’’ pic.twitter.com/5aGpE7LzBo— BJP Chhattisgarh (@BJP4CGState) October 16, 2024
बीजेपी ने एक वीडियो भी साझा किया है, जिसमें चंद्रकांत चौधरी को कांग्रेस के वर्तमान और पूर्व प्रदेश अध्यक्षों दीपक बैज और मोहन मरकाम के साथ पदयात्रा करते हुए दिखाया गया है। वीडियो के साथ बीजेपी ने लिखा, “कांग्रेसी ही कुलघाती हैं।”
कांग्रेसी ही कुलघाती हैं।
कांग्रेस की तथाकथित न्याय यात्रा में सम्मिलित होने वाले बड़भैये-छुटभैये कांग्रेसी नेताओं-कार्यकर्ताओं की तरह-तरह के अपराध में संलिप्तता समय-समय पर जगज़ाहिर होते रही है।
उसी कड़ी में @DeepakBaijINC जी के छोटे भाई और सीडीकांड वाले जमानतधारी पाटन वाले… pic.twitter.com/LODN6wUc3U
— BJP Chhattisgarh (@BJP4CGState) October 16, 2024
कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए बीजेपी ने आरोप लगाया है कि उनकी न्याय यात्रा में शामिल कई नेता-कार्यकर्ता आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहे हैं। चंद्रकांत चौधरी की गिरफ्तारी को इसी संदर्भ में पेश किया जा रहा है, जिससे कांग्रेस पर आरोप लग रहे हैं कि पार्टी में अपराधियों को संरक्षण मिलता है।
हालांकि, कल तक कांग्रेस कुलदीप साहू के पार्टी से जुड़े होने से इनकार कर रही थी। खुद चंद्रकांत चौधरी ने बयान जारी कर कुलदीप के कांग्रेस से किसी तरह के संबंध को नकारा था। लेकिन, अब इस खुलासे के बाद कांग्रेस ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध ली है।
इस मामले में कांग्रेस की ओर से पहले जारी किए गए बयान अब सवालों के घेरे में हैं, और बीजेपी इसे राजनीतिक मुद्दा बना रही है।