चुनाव: राष्ट्रीय अध्यक्ष रेनू जोगी का बयान -90 के बजाय कुछ सीटों पर ही करेंगे फोकस…
कांग्रेस-'अजीत जोगी के बिना चुनाव लड़ना हमारे लिए मुश्किल’
रायपुर I 2018 के विधानसभा चुनाव में तीसरी पार्टी के तौर पर उभर कर आई जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी कांग्रेस) 2023 में सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में नहीं है। वह मध्य क्षेत्र की मैदानी सीटों पर ही जोर आजमाएगी।
पिछली बार बसपा के साथ गठबंधन किया था, लेकिन इस बार जोगी कांग्रेस अकेले दम पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। यह कहना है पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रेनू जोगी का। उन्होंने कहा कि इस बार अजीत जोगी के बिना चुनाव लड़ना हमारे लिए मुश्किल की घड़ी है, लेकिन उनका जनता के दिल प्रेम ही हमें विजयी बनाएगा।
जोगी जी जाने के बाद आपका पहला चुनाव होगा, तो क्या कुछ संगठनात्मक बदलाव करने का सोच रहे है?-वर्तमान में संगठन मजबूत है। और मजबूत करने के लिए अमित ने पदयात्रा भी निकाली है। समय के साथ अगर कुछ बदलाव करने पड़े, तो जरूर करेंगे।
5 विधायकों के साथ आपने चुनाव जीता था। अब तीन रह गए हैं। उसमें भी एक निष्कासित है?-धर्मजीत को निष्कासित करना मेरे लिए बहुत कठिन था। वो मेरे छोटे भाई जैसे हैं। लेकिन उन्होंने विषम परिस्थिति खड़ी कर दी थी। पार्टी से निष्कासित नहीं करते तो वे जोगी जी के सपने काे खत्म कर देते। मैं जानती कि अभी चुनौती और है। लेकिन हमारी ताकत यही है, कि जोगी जी आज भी लोगों के दिल में बसे हुए हैं।
आपके बहुत सारे साथी पार्टी छोड़कर जा रहे हैं, क्या कारण है?-जो भी छोड़कर गए वो शुरू में गए थे। अभी कुछ दिन पहले जोगीसार में एक कार्यक्रम हुआ था। जोगी जी के नहीं रहने के बाद यह कार्यक्रम बहुत छोटे स्तर पर होता था, लेकिन इस बार बड़ा वृहद रहा। जो हमें छोड़कर भाजपा, कांग्रेस में चले गए, वो सब आए थे। आज भी सभी मेरे संपर्क में हैं।
विधानसभा चुनाव की तैयारी क्या है। पार्टी का विस्तार कैसे करेंगे?-विस्तार करने का प्लान है, उसे अमित कर रहे हैं। इस बार कांग्रेस मजबूत है, भाजपा भी जोर लगा रही है। लेकिन मैं यह भी जानती हूं कि लोग अभी जोगी जी को नहीं भूले हैं। जनता को हमसे उम्मीदें हैं। मैं थोड़ा स्वास्थ्य की वजह से कमजोर हो जाती हूं, लेकिन मैं जनता का साथ आखिरी सांस तक निभाऊंगी।
छग में तीसरे मोर्चे की संभावना खत्म है, क्या इसे खड़ा कर पाएंगी?-लोग कहते हैं कि बसपा के साथ गठबंधन नहीं किया होता तो और सीटें आ सकती थीं। इस बार हम बिना किसी गठबंधन के चुनाव लड़ेंगे। जोगी कांग्रेस को आज भी लोग पसंद कर रहे हैं और यह तीसरे मोर्चे की तरह इस चुनाव में नजर आएगी।
ऋचा का जातिप्रमाण पत्र फर्जी पाया गया है, क्या वे चुनाव लड़ेंगी?-ये तो राजनीतिक मंशा से एफआईआर दर्ज की गई है। ऋचा के दादा ने रेलवे में नौकरी की, चचेरे भाई डेंटिस्ट है, चाचा भी बैंक में रहे हैं। सभी ने आदिवासी जाति प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी ली थी। पुलिस को इसकी जांच भी करनी चाहिए।
क्या जोगी कांग्रेस का विलय कांग्रेस में हो सकता है?-जब जोगी जी बीमार थे, तब सोनिया जी ने दो बार फोन किया था। जोगी जी हमेशा कहते थे कि आज मैं जो भी हूं मैडम ने ही बनाया है। उसी समय मैंने सोनिया जी से कहा था कि उनकी आखिरी इच्छा है कि हम कांग्रेस में ही रहें, तो उन्होंने फोन कर कहा था कि तुम लोग वापस आ जाओ।
क्या इस बार 90 की 90 सीटाें पर जोगी कांग्रेस चुनाव लड़ेगी?-पिछली बार हम सभी 90 विधानसभा में लड़े थे। लेकिन हमें पता था कि मैदानी इलाकों में ही हमें जीत हासिल होगी। यही वजह है कि जोगी जी का भी सारा जोर मैदानी इलाके में ही था। इस बार भी हम उन सीटाें पर ही लड़ने की तैयारी करेंगे, जिसमें हम जीते थे या कम अंतर से चुनाव हारे थे। बाकी कोर कमेटी निर्णय लेगी।