अंतरराष्ट्रीय म्यूजियम दिवस पर महंत घासीदास संग्रहालय में जैन विरासत विषयक आयोजन

रायपुर। अंतरराष्ट्रीय म्यूजियम दिवस के अवसर पर आज महंत घासीदास संग्रहालय में जैन सभ्यता और इतिहास को केंद्र में रखते हुए एक दिवसीय विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह आयोजन छत्तीसगढ़ संस्कृति विभाग के सहयोग से, वैश्विक स्तर पर सक्रिय संस्था जैन इंटरनेशनल फोरम (JIF) के तत्वावधान में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम “हमारी धरोहर, जैन विरासत” विषय पर केंद्रित था, जिसमें पूरे प्रदेश से बड़ी संख्या में जैन अनुयायियों ने हिस्सा लिया। आयोजन की जानकारी देते हुए सी.ए. विकास जैन और चंद्रकांत लुंकड़ ने बताया कि यह कार्यक्रम न केवल ज्ञानवर्धक था, बल्कि सभी आयु वर्ग के प्रतिभागियों के लिए रुचिकर अनुभव लेकर आया। खास तौर पर बच्चों और युवाओं के लिए आयोजित प्रश्नोत्तरी ने आयोजन को और अधिक जीवंत बना दिया। सफल प्रतिभागियों को संस्था द्वारा प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए।
कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ नि:शक्तजन वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष श्री लोकेश कावड़िया के प्रबोधन सत्र से हुआ।
संयोजन मंडल के सदस्यों – विवेक डागा, जितेंद्र गोलछा, प्रकाश कोठारी, लोकेश जैन और राजेंद्र पारख – ने आयोजन के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह प्रयास जैन धर्म की ऐतिहासिक धरोहर के संरक्षण, शोध और जागरूकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने कहा, “भले ही यह विषय पहली नज़र में गंभीर और अकादमिक प्रतीत होता हो, लेकिन इसमें अत्यंत आकर्षण और गहराई है। यही कारण है कि समाज के जागरूक जन इस आयोजन में सक्रिय भागीदारी कर रहे हैं।”
कार्यक्रम में संस्कृति विभाग के गाइड्स एवं अधिकारीगण ने भी एक्सपर्ट गाइडेंस प्रदान की, जिससे प्रतिभागियों को संग्रहालय में रखी धरोहरों की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि की गहन जानकारी मिली।
यह आयोजन बदलते सामाजिक परिवेश में सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देने की दिशा में एक सार्थक पहल के रूप में सामने आया है।