108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ में पूर्णाहुति के साथ लिया गया बुराई छोड़ने का संकल्प
नवापारा । अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन एवं संरक्षण में नवापारा राजिम के हरिहर विद्यालय प्रांगण 5 जनवरी से चल रहे 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का पूर्णाहुति के साथ समापन हुआ। यज्ञ के अंतीम दिन पूर्णाहुति में सम्मिलित होने आसपास के श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
यज्ञ में शामिल श्रद्धालुओं ने पूर्णाहुति में देवदक्षिणा स्वरूप अपने जीवन की एक-एक बुराई को छोड़ने, जीवन में एक-एक अच्छे कार्य करने का संकल्प लिया। सैकड़ों लोगों ने नशा छोड़ने, पर्यावरण को बचाने, छोटे-छोटे बच्चों के मध्य निःशुल्क बाल संस्कार शाला चलाने का भी संकल्प लिया। शांतिकुंज से आए ऋषिपुत्रों एवं यज्ञ के टोली नाय परमेश्वर साहू ने प्रज्ञा गीत के ’’होता है सारे विष्व का कल्याण यज्ञ से जल्दी प्रसन्न होते हैं भगवान यज्ञ से’’ के माध्यम से यज्ञ के महत्व को बताया एवं पूर्णाहुति के पूर्व कहा कि केवल स्वाहा करने से यज्ञ पूर्ण नहीं होगा। हमें अपने जीवन में त्याग, परोपकार और सेवा को भी स्थान देना होगा, तभी यज्ञ पूर्ण होगा। हम सभी प्रेम, सद्भावना, सदविवेक, सदाचार को अपने जीवन में स्थान दें। गुरुदेव के साहित्य एवं सद्साहित्यों का स्वाध्याय करें। अच्छे सहित्यों के अध्ययन करते हुए घर परिवार एवं समाज को उत्कृष्ट विचारों के माध्यम से उपकृत करें। पूर्णाहुति के पश्चात और शांतिकुंज टोली व अतिथि विदाई में विदाई गीत पर लोग भाव विभोर हो गए। इस अवसर पर प्रमुख रुप से गायत्री परिवार छ.ग. की जोन समन्वयक श्रीमती आदर्ष वर्मा, एवं अपेक्स बैंक के पूर्व अध्यक्ष अषोक बजाज, गायत्री परिवार के जिला समन्वयक लच्छुराम निषाद उपस्थित रहें। महायज्ञ में दानदाताओं एवं यज्ञ के दौरान सुरक्षा, भोजन, पंजीयन, स्वास्थ्य व्यवस्था संभाल रहे परिजनों का मंगलतिलक कर मंत्र चादर से सम्मान किया गया।
यज्ञ संचालन समिति के अध्यक्ष आर.एस. चौरसिया, गायत्री शक्ति पीठ नवापारा के प्रमुख ट्रस्टी सुदर्षन वर्मा ने बताया कि चार दिवसीय इस महायज्ञ में सैकड़ों लोगों ने गुरुदिक्षा, पुंसवन, नामकरण, विद्यारंभ, अन्नप्राषन, यज्ञोपवित विवाह, जन्मदिवस, विवाह दिवस संस्कार भी करवाया गया। पूर्णाहुति के पष्चात महाभण्डारे का आयोजन किया गया। उन्होने महायज्ञ मे सहयोग हेतु स्थानीय प्रषासन, पुलिस प्रषासन, मीडियाकर्मियों, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारियों एवं प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रुप से सहयोग करने वाले सभी का विषेष रुप से आभार व्यक्त किया। आने वाले समय में इस प्रकार का आयोजन पुनः करने की भी बात कही।