चुनावी माहौल के बीच 35 पेटी शराब के साथ 5 आरोपी गिरफ्तार

बिलासपुर । छत्तीसगढ़ में चुनावी माहौल के बीच पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 35 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब जब्त की है, जिसे चुनाव में खपाने की तैयारी थी। इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें बलौदाबाजार निवासी नितिन जायसवाल का नाम सामने आया है। नितिन जायसवाल बलौदाबाजार नगर पालिका अध्यक्ष पद के कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र जायसवाल का भतीजा है। पुलिस को शक है कि इस शराब का इस्तेमाल मतदाताओं को लुभाने के लिए किया जाना था।

कैसे हुआ खुलासा?
बिलासपुर एसपी रजनेश सिंह के नेतृत्व में “प्रहार” अभियान के तहत पुलिस ने अवैध शराब और नशे के खिलाफ जांच शुरू की थी। इसी कड़ी में कोटा थाना पुलिस और एसीसीयू (साइबर सेल) की संयुक्त टीम ने कोटा-बिलासपुर मुख्य मार्ग पर दो संदिग्ध वाहनों की तलाशी ली।

कार्रवाई के दौरान स्कॉर्पियो (CG 04 KJ 0913) और मारुति अर्टिगा (CG 16 CT 0649) गाड़ियों से 18 और 16 पेटी गोवा व्हिस्की बरामद की गई। ये शराब मध्य प्रदेश के भालूमाड़ा से तस्करी कर लाई जा रही थी। जब्त शराब की अनुमानित बाजार कीमत 2.5 लाख रुपये आंकी गई है।

गिरफ्तार आरोपी और मास्टरमाइंड का पर्दाफाश
पुलिस ने मौके से चार लोगों को गिरफ्तार किया:
शिवप्रसाद यादव (27) – चिरमिरी निवासी
सोनू गुप्ता (30) – चिरमिरी निवासी
दिनेश गुप्ता (33) – चिरमिरी निवासी
दिवाकर उर्फ विक्की गुप्ता (43) – चिरमिरी निवासी

पूछताछ में पता चला कि यह शराब बलौदाबाजार के नितिन जायसवाल को सप्लाई की जा रही थी, जो इस पूरे तस्करी नेटवर्क का मुख्य खरीददार था। इस जानकारी के आधार पर बिलासपुर पुलिस की विशेष टीम ने बलौदाबाजार में दबिश देकर नितिन जायसवाल को गिरफ्तार कर लिया।

चुनाव में इस्तेमाल की जा रही थी शराब?
गिरफ्तारी के बाद यह खुलासा हुआ कि नितिन जायसवाल के चाचा सुरेंद्र जायसवाल बलौदाबाजार नगर पालिका अध्यक्ष पद के कांग्रेस प्रत्याशी हैं। आशंका जताई जा रही है कि चुनाव प्रचार के दौरान मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए शराब की खेप मंगाई गई थी। पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है कि इस रैकेट में और कौन-कौन शामिल हैं।

कानूनी कार्रवाई और आगे की जांच
गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ आबकारी अधिनियम की धारा 34(1)(क), 34(2) और 59(क) के तहत मामला दर्ज किया गया है। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर भेजा गया है।

पुलिस टीम की अहम भूमिका
इस पूरे ऑपरेशन में एसडीओपी कोटा नूपुर उपाध्याय, एसीसीयू निरीक्षक राजेश मिश्रा, कोटा थाना प्रभारी राज सिंह और एसआई अजहरउद्दीन की अहम भूमिका रही। पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने इस सफलता पर टीम को सम्मानित करने की घोषणा की है।

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