Health: डायबिटीज के मरीजों को खाना चाहिए करेले का चोखा, जानें इसे बनाने का तरीका और पाएं 3 स्वास्थ्य लाभ
रायपुर। करेले में जीवाणुरोधी गुण होते हैं और सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला भोजन है, जो शरीर में हार्मोन इंसुलिन के स्तर को बढ़ाता है और चीनी के चयापचय को तेज करता है। इससे शुगर कंट्रोल में रहती है। इसके अलावा करेला खाने के और भी कई फायदे हैं। आओ और पहले से ही उत्पादन विधि से परिचित हो जाओ।
करेला का चोखा बनाने की विधि
सबसे पहले
- करेले को धोकर बीच से काट लें।
- अब करेले में 1 कप पानी और नमक डालकर 1 से 2 सीटी आने तक पकाएं.
- अब ठंडा होने के बाद करेले को निकाल कर तेज आंच पर अच्छे से मैश कर लें।
- फिर हरी मिर्च, प्याज और धनिया को बारीक काट कर मिला लें।
- ऊपर से 1 चम्मच सरसों का तेल और काला नमक डालें।
आपका करेला चोखा तैयार है और
अब इसे सबको परोसें।
करेला खाने के फायदे
1. मधुमेह के लिए लाभ
करेला करेले का सेवन मधुमेह रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जो सीधे तौर पर शुगर कम करने में मदद करता है। इसके सेवन से शुगर का बढ़ना कम होता है और फास्टिंग शुगर कम करने में मदद मिलती है।
2. पेट के लिए स्वस्थ
करेला पेट के लिए बहुत ही सेहतमंद होता है। यह जीवाणुरोधी और एंटिफंगल है, पेट की सूजन को कम करने में मदद करता है और पेट के संक्रमण को रोकता है। स्वस्थ चयापचय और मल त्याग और स्वस्थ पाचन बनाए रखता है।
3. शरीर को डिटॉक्स करता है
शरीर को डिटॉक्स करने में करेला बहुत फायदेमंद होता है। यह शरीर से अशुद्धियों को दूर करता है और लीवर और पाचन प्रक्रिया को तेज करता है। इस तरह यह शरीर को डिटॉक्स करने और उसे स्वस्थ रखने में मदद करता है।