भाजपा युवा मोर्चा में आधी रात बवाल…कई जिलाध्यक्षों ने खोला प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा
रायपुर, 9 अप्रैल। BJYM Fight : आधी रात भाजपा युवा मोर्चा में बवाल हो गया। कई जिलाें के अध्यक्ष अपने ही प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत के खिलाफ बागी हो गए। वाट्सएप ग्रुप में तीखी टिप्पणियों के साथ शुरू हुई चर्चा ग्रुप कॉल तक पहुंची और लगभग दर्जनभर जिलों के अध्यक्ष भगत को बदलने के लिए प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और संगठन महामंत्री पवन साय से मिलने की योजना बनाने लगे। आखिरकार बात साव तक पहुंची और उन्होंने मामले को शांत कराया।
साव को इसलिए सामने आना पड़ा, क्योंकि पार्टी के मुखिया होने के साथ-साथ बवाल की कड़ी उनकी गृह जिले मुंगेली से जुड़ी थी। मुंगेली के भाजयुमो अध्यक्ष ने ही प्रदेश अध्यक्ष भगत को खुली चुनौती दी थी कि बार-बार इस्तीफे लेने की धौंस दिखाने के बजाय जो करना है, कर लें। जिसे शिकायत करना है, कर लें। अपने गृह जिले से जुड़ा मामला होेने के कारण प्रदेश अध्यक्ष साव ने मामले को शांत कराया। हालांकि अभी भी सोशल मीडिया पर भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ तीखी टिप्पणियां जारी हैं।
दूसरा अध्यक्ष, लेकिन विवाद अब भी
छत्तीसगढ़ भाजपा ने पहले युवा मोर्चा की कमान ओबीसी समाज से अमित साहू को सौंपी थी। आरएसएस बैकग्राउंड के साहू से पार्टी को बड़ी उम्मीदें थीं, लेकिन तल्ख रवैए और मनमानी के आरोपों के साथ पदाधिकारियों ने बगावत कर दिया। आखिरकार अरुण साव के अध्यक्ष बनने के बाद आदिवासी समाज से और एबीवीपी में बड़ी जिम्मेदारी संभाल चुके रवि भगत को कमान सौंपी गई।
जब कार्यकारिणी बनाने की बारी आई, तब भगत ने पूर्व में भाजपा में काम कर रहे कार्यकर्ताओं के बजाय विद्यार्थी परिषद को महत्व दिया। कार्यकर्ताओं की नाराजगी यहां तक थी कि सोशल मीडिया पर भारतीय जनता विद्यार्थी परिषद लिखने से नहीं चूके। कुछ व्यक्तिगत टिप्पणियां भी की गईं। इसके बाद भी संगठन की ओर से मामले को शांत कराने की कोई कोशिश नहीं की गई। न ही कार्यकर्ताओं (BJYM Fight) की समस्याओं को समझा गया। यही वजह है कि विवाद अब भी जारी है।