जिला प्रशासन की टीम ने रुकवाया बाल विवाह
कवर्धा। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने विगत दिनो में जिला स्तरीय बैठक आयोजित कर जिले के सभी विभाग के अधिकारियों को अक्षय तृतिया पर होने वाले सभी विवाह आयोजनों पर पैनी नजर रखने तथा निरंतर निगरानी के निर्देश दिए थे। जिससे बाल विवाह जैसे सामाजिक कुरीति पर पूर्णतः रोक लगाई जा सके। प्राप्त निर्देशानुसार बाल विवाह के रोकथाम के लिए नोडल विभाग महिला एवं बाल विकास विभाग है। महिला एवं बाल विकास विभाग जिला कार्यक्रम अधिकारी ने आनंद तिवारी ने बाल विवाह की संभावना को देखते हुए विवाह आयोजनों की निगरानी तथा जिला विकासखण्ड एवं पंचायत स्तरीय बाल विवाह रोकथाम समितियों को सक्रिय करने और उनके सहयोग के लिये सत्यनारायण राठौर जिला बाल संरक्षण अधिकारी के नेतृत्व में जिला बाल संरक्षण इकाई के सभी कर्मचारियों की विकासखण्डवार अतिरिक्त दल बना कर डृयूटी लगाई गई।
जिसमें जिला बाल संरक्षण इकाई के क्रान्ति साहू संरक्षण अधिकारी संस्थागत एवं नितिन किशोरी वर्मा आउटरिच वर्कर को कवर्धा, राजाराम चंद्रवंशी संरक्षण अधिकारी एवं सुरेश साहू सामाजिक कार्यकर्ता को पण्डरिया, अविनाश ठाकुर परामर्षदाता एवं श्यामा धुर्वे आउटरिच वर्कर को बोड़ला तथा परमेष्वरी धुर्वे सामाजिक कार्यकर्ता एवं विनय जंघेल आउटरिच वर्कर को सहसपुर लोहारा क्षेत्र की जिम्मदारी देते हुए उन्हें संबंधित क्षेत्र में रहकर बाल संरक्षण समितियों, बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारियों, विशेष किशोर पुलिस इकाई तथा सभी स्टेक होल्डरों के साथ समन्वय कर बाल विवाह रोकथाम के लिये सक्रिय रहने तथा निगरानी के लिए निर्देश दिया गया।
बाल विवाह की प्रभावी रोकथाम के लिये बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारियों, जिला बाल संरक्षण इकाई चाईल्ड लाईन एवं विशेष किशोर पुलिस इकाई की टीम द्वारा बाल संरक्षण समिति तथा स्टेक होल्डरों के साथ जिले के सभी पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत तैनात रहे तथा ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों का सघन भ्रमण कर जन प्रतिनिधियों एवं आम नगरिकों से बाल विवाह रोंकथाम के लिए अपील कर व्यापक प्रसार-प्रसार, पाम्पलेट वितरण, परिचर्चा एवं विभिन्न माध्यम से बाल अधिकार संरक्षण, बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम तथा बाल विवाह से होने वाले नुकसान व परेशानियों, कानूनी प्रावधानों की जानकारी देते हुये जन जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया साथ ही विवाह आयोजनों की रैंडम जांच भी किए। जांच के दौरान सहसपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत दो नाबालिगों की विवाह आयोजन होने की जानकारी मिली जिसे तत्काल बाल विवाह रोकथाम दल द्वारा रूकवाया गया और गुपचुप तरिके शादी कर रहे परिवार को कड़ी समझाईस देते हए मौके स्थल पर घोषण पत्र एवं पंचनामा तैयार किया गया। इस तरह जिला प्रशासन महिला एवं बाल विकास विभाग जिला बाल संरक्षण इकाई चाईल्ड लाईन एवं विशेष किशोर पुलिस इकाई की सक्रियता से दो नाबालिगों की विवाह रोकने में सफलता मिली।