छत्तीसगढ़ में करीब 60 हजार से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारी की हड़ताल
रायपुर। छत्तीसगढ़ में 4 जुलाई यानी आज से स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो सकती है। प्रदेश भर के स्वास्थ्य कर्मचारी अनिश्चिकालीन हड़ताल पर रहेंगे। राजधानी समेत राज्यभर के करीब 60 हजार से अधिक कर्मचारी चार जून को 24 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चिकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं। इसमें स्वास्थ्य सेवाएं, चिकित्सा शिक्षा, आयुष, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन समेत सभी शासकीय अस्पतालों के कर्मचारी शामिल होंगे। हड़ताल की वजह से अस्पतालों में चिकित्सा सेवाएं बाधित होंगी। रायपुर में तूता स्थित धरना स्थल पर स्वास्थ्य कर्मचारी सुबह 11 बजे से जुटेंगे, जो तीन बजे तक प्रदर्शन करेंगे। इधर प्रदर्शन में जाने से स्वास्थ्य व्यवस्थाएं पूरी चरमरा सकती है। आंबेडकर अस्पताल, जिला अस्पताल समेत स्वास्थ्य केंद्रों में व्यवस्थाएं नहीं की जा सकी है।
प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के अध्यक्ष आलोक मिश्रा ने बताया कि मांगों में वेतन विसंगति दूर करने, संविदा व दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का नियमितीकरण, भत्ता बढ़ाने, वेतनमान में वृद्धि, रिक्त पदों पर भर्ती समेत अन्य मांगें शामिल है। इसे लेकर स्वास्थ्य सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी व चिकित्सा शिक्षा के सचिव पी दयानंद से चर्चा हुई। शासन को भी इस बारे में अवगत कराया गया। लेकिन सहमति नहीं बनी है। इसके चलते प्रदेश भर के स्वास्थय कर्मचारी हड़ताल पर जा रहे हैं।
संघ के महामंत्री अश्वनी गुर्देकर ने कहा कि शासन निर्देश पर कर्मचारियों की वेतन विसंगति दूर करने समिती बनाकर वेतन सुधार, विसंगति निवारण का प्रस्ताव जो शासन को प्रेषित किया है, उसे मंजूरी देकर तत्काल लागू किया जाए। नर्सिंग ड्रेस धुलाई भत्ता, नाइट ड्यूटी भत्ता, कर्मचारी वर्दी भत्ता, सभी क्लिनिकल स्टाफ को जोखिम भत्ता एवं केंद्र के समान समस्त भत्ते प्रदान किए जाए। वहीं अन्य मांगों को भी शासन जल्द पूरा करे। मांगे पूरी नहीं होने की स्थिति में अनिश्चिकालीन हड़ताल जारी रहेगा। जिला-रायपुर के सीएमएचओ डाक्टर मिथलेश चौधरी ने कहा, हड़ताल को देखते हुए अस्पतालों में व्यवस्थाएं की गई है। चिकित्सक अस्पताल में रहेंगे। निजी नर्सिंग व पैरामेडिकल छात्रों व स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है ताकि व्यवस्थाएं बाधित ना हो। कल मैं सुबह स्वास्थ्य केंद्रों व अस्पतालों का निरीक्षण करूंगा। कोशिश है मरीजों को किसी तरह की समस्याएं ना आए।