फर्जी जमीन बिक्री और पहाड़ी कोरवा की मौत मामले में तहसीलदार निलंबित

बलरामपुर । बलरामपुर जिले के ग्राम भेस्की में फर्जी तरीके से पहाड़ी कोरवा की जमीन बिक्री और उसकी आत्महत्या मामले में बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई हुई है। सरगुजा संभागायुक्त नरेन्द्र कुमार दुग्गा ने जांच रिपोर्ट के आधार पर तत्कालीन तहसीलदार एवं प्रभारी उप पंजीयक यशवंत कुमार को निलंबित कर दिया है।
जांच में पाया गया कि यशवंत कुमार ने बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के विशेष जनजाति समुदाय के व्यक्ति जुबारो की जमीन का पंजीयन शिवाराम के नाम करवा दिया था। यही नहीं, जमीन के अन्य हिस्सेदारों की भूमि भी उनकी सहमति के बिना रजिस्ट्री कर दी गई। यह छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 और पंजीयन नियमों का गंभीर उल्लंघन है।
गौरतलब है कि पहाड़ी कोरवा जनजाति की भूमि कलेक्टर की अनुमति के बिना बेची नहीं जा सकती। फर्जी रजिस्ट्री के चलते जुबारो ने मानसिक तनाव में आकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में तहसीलदार समेत कई लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज है, हालांकि अब तक तहसीलदार की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
निलंबन के तहत यशवंत कुमार को सूरजपुर कलेक्टर कार्यालय में अटैच किया गया है।