डिब्बा खोलते ही हांफने लगे नासा के वैज्ञानिक, सैंपल्स की होगी जांच
वाशिंगटन । अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के ओसिरिस-एक्स, यानिकी ओरिजिन्स, स्पैक्ट्रल इंटरप्रटेशन, रिसोर्स आइडेंटिफिकेशन एंड सिक्यूरिटी- रेगोलिथ एक्सप्लोरर ने बेन्नू एस्टेरॉयड अर्थात क्षुद्रग्रह से जमा किए गए पत्थरों और धूल के नमूनों को पृथ्वी पर पहुंचा दिया है। नासा द्वारा एक डिब्बानुमा कैप्सूल का ढक्कन हटा दिया गया है। जैसे ही इसे हटाया गया, वैज्ञानिक हांफने लगे। यहां गौरतलब है कि यह एक दिन पहले यूटा रेगिस्तान में उतरने के बाद, हाल ही में 25 सितंबर को ह्यूस्टन में नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर में पहुंचाया गया था। नासा एस्ट्रोमटेरियल्स ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि एक वैज्ञानिक खजाना बॉक्स। नासा ने कहा, ढक्कन के अंदर डार्क पाउडर और रेत के आकार के कण पाए गए। एजेंसी के मुताबिक अब वैज्ञानिक पाए गए इन सैंपल्स की स्टडी करेंगे।
ओसिरिस-एक्स एक रोबोटिक अंतरिक्ष यान है, जिसे 2016 में लॉन्च किया गया था और इसका नमूना 3 साल पहले 1999 में खोजे गए एक छोटे, कार्बन युक्त बेन्नू एस्टेरॉयड से एकत्र किया गया था। एस्टेरॉयड पर उतरते हुए, ओसिरिस-रेक्स ने इसकी चट्टानी सतह से लगभग 250 ग्राम (9 औंस) धूल इकट्ठा की। वैज्ञानिकों का मानना है कि एस्टेरॉयड से ली गई सामग्री के विश्लेषण से शोधकर्ताओं को सौर मंडल के गठन और पृथ्वी कैसे रहने योग्य बनी, इसे बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी। नासा ने कहा कि नमूना हमें उन एस्टेरॉयड्स के प्रकारों को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेगा जो पृथ्वी को खतरे में डाल सकते हैं।” हालांकि बेन्नू के पृथ्वी से टकराने की आशंका बहुत कम मानी जाती है।