उत्तर प्रदेश के बरनावा गांव से कान तक का सफर: डिजाइनर नैंसी त्यागी ने फैशन जगत में बनाई पहचान
नयी दिल्ली. कान फिल्म महोत्सव में, खुद के सिले कपड़े पहनकर फैशन का जलवा बिखरने और नाटकीय तरीके से प्रसिद्धि हासिल कर नैंसी त्यागी अचानक ‘ग्लैमर’ की दुनिया में चर्चा का केंद्र बन गई हैं. उत्तर प्रदेश के बरनावा गांव से 23 वर्षीय त्यागी का कान फिल्म महोत्सव में पहुंचना और इंस्टाग्राम पर उनके फॉलोअर की संख्या अचानक तेजी से बढ.कर सात लाख से 20 लाख हो जाना महज कुछ ही दिन पहले की बात है.
सोशल मीडिया पर छा चुकी और मुख्य धारा की मीडिया की खबरों में आईं त्यागी से सोनम कपूर जैसी अभिनेत्रियों ने अपने परिधान डिजाइन करने को कहा है. नैंसी के कान तक पहुंचने के सफर के पीछे की कहानी काफी दिलचस्प है. वह सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए 2020 में दिल्ली आई थीं लेकिन वित्तीय तंगी के कारण ऐसा नहीं कर सकीं. उन्हें फिल्म महोत्सव में एक ‘फैशन इंफ्लुएंसर’ के रूप में आमंत्रित किया गया था और वह शुरूआत में थोड़ी डरी हुई थीं.
नैंसी ने पीटीआई-भाषा को दिये एक साक्षात्कार में कहा, ”लेकिन मेरी टीम ने मुझे राजी कर लिया और मैं वहां गई. ऐसा लग रहा है कि यह मेरे जीवन का सबसे सही फैसला था. कार से नीचे उतरने तक मैं डरी हुई थी लेकिन जैसे ही उतरी मुझे बिल्कुल ही अलग ही अहसास हुआ.” हाल में संपन्न हुए कान फिल्म महोत्सव में भागीदारी करने वाली युवा डिजाइनर ने कहा, ”मैंने तस्वीरें खिंचवाईं. वे वायरल हो गईं और लोगों को ये पसंद आईं. मैं उनकी बहुत आभारी हूं. मैं कान पहुंची इंफ्लुएंसर में एक थी. मैं खुश हूं कि हमारा देश प्रगति कर रहा है.”
उन्होंने कहा कि वह अब सोनम कपूर के लिए परिधान तैयार करना चाहती हैं. कपूर फैशन के प्रति अपनी विशेष रूचि के लिए जानी जाती हैं और उन्होंने कान में पहने गए त्यागी के परिधान की प्रशंसा की है तथा इंस्टाग्राम पर उसे साझा भी किया. सप्ताह भर पहले तक बहुत से लोगों ने नैंसी के बारे में नहीं सुना था. फिर उन्होंने अपने परिधानों से शौकिया फोटोग्राफरों का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया. इसके बाद वह फैशन और ग्लैमर की दुनिया की जानी मानी हस्तियों के साथ प्रतिस्पर्धा में पहुंच गईं.
इंस्टाग्राम के अलावा यूट्यूब पर भी उनके 10 लाख फॉलोअर हैं.
कान फिल्म महोत्सव में पहनने के लिए नैंसी ने चार परिधान डिजाइन किए थे, जिन्हें तैयार करने में उन्हें दो महीने लगे. उन्होंने 30 दिनों में 1,000 मीटर कपड़े से बना 20 किलोग्राम वजन का खूबसूरत गुलाबी परिधान तैयार किया. इसके बाद उन्होंने तीन और बनाये.
यह पूछे जाने पर कि हाल में मिली शोहरत के बाद क्या वह अभिनेत्री बनना चाहेंगी? उन्होंने कहा, ”नहीं, मैं अभिनेत्री नहीं बनना चाहती क्योंकि मुझे अभिनय के बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं है. अब तक मैं अपने लिए परिधान तैयार कर रही थी लेकिन अब मैं इसे लोगों के लिए बनाना चाहती हूं.” फैशन ‘इंफ्लुएंसर’ ने कहा कि उनके 17 वर्षीय भाई से उन्हें प्रेरणा मिलती है. उन्होंने कहा, ”मैं अपने भाई से डिजाइन के बारे में पूछती हूं और वह मुझे नये-नये विचार और डिजाइन सुझाता है और फिर मैं परिधान बनाती हूं.
सिविल सेवा परीक्षा की कोचिंग के लिए गांव से दिल्ली के मुखर्जी नगर आने के अपने निर्णय को याद करते हुए उन्होंने कहा कि कोविड महामारी शुरू होने के बाद, आगे की पढ.ाई की उनकी योजना पर पानी फिर गया. उन्होंने कहा, “हमारे पास कोचिंग की फीस के साथ-साथ घर के खर्चे के लिए पर्याप्त पैसे नहीं थे. लॉकडाउन के दौरान मेरी मां की नौकरी चली गई. हमने सोचा कि (लॉकडाउन खत्म होने के बाद) कोचिंग शुरू होने तक हमारे पास पर्याप्त पैसे नहीं बचेंगे. इसलिए हमने एक कैमरा खरीदा और वीडियो बनाना शुरू कर दिया.” उनके पिता अपने गांव में परिवहन का कारोबार करते हैं. उन्होंने भी अपनी बेटी की मदद की. चार साल बाद नैंसी की यह कड़ी मेहनत रंग लाई और वह कान पहुंच गईं.