दिल्ली में गैर कानूनी तरीके से संचालित अस्पताल मामले की जांच की जाए : भाजपा

नयी दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई ने सोमवार को आरोप लगाया कि केंद्र शासित प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) की विवेक विहार में ‘गैर कानूनी तरीके से बच्चों का अस्पताल संचालित’ किए जाने में ‘संदिग्ध’ भूमिका है. इस अस्पताल में आग लगने से सात नवजात बच्चों की मौत हो गई थी.

भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने यहां जारी एक बयान में आरोप लगाया कि 2021 में निरीक्षण के दौरान पाया गया कि बच्चों के अस्पताल के पास केवल पांच नवजात शिशुओं को ही भर्ती करने की सुविधा है लेकिन अस्पताल के मालिक के आवेदन पर स्वास्थ्य मंत्री के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) ने 10 बच्चों का इलाज करने की मंजूरी देने की कोशिश की.

भारद्वाज ने कहा कि दोषी पाए जाने पर किसी को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने दावा किया कि सचदेवा झूठ बोल रहे हैं और अस्पताल को केवल पांच बिस्तर की ही मंजूरी दी गई थी. उन्होंने कहा, ”स्वास्थ्य विभाग ने पूर्व में भी उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी और मामले अदालत में विचाराधीन हैं.” भारद्वाज ने कहा कि अस्पताल का 2021 में निरीक्षण एवं पंजीकरण किया गया गया था जबकि वह 2023 में स्वास्थ्य मंत्री बने. उन्होंने चेतावनी दी कि अस्पताल के पंजीकरण से किसी तरह का संबंध जोड़ने पर ऐसा करने वाले को कानूनी कार्रवाई का सामना करना होगा.

हालांकि, सचदेवा ने आरोप लगाया कि अस्पताल का संचालन दिल्ली सरकार के संरक्षण में ‘अनधिकृत’ तरीके से किया जा रहा था. उन्होंने कहा कि शनिवार रात को जब अस्पताल में आग लगी तब उस समय 12 नवजात बच्चे भर्ती थे. भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि स्थानीय रेजीडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) की शिकायत के बावजूद अस्पताल का संचालन किया जा रहा था. सचदेवा ने अनधिकृत कारखानों, गोदामों और ऐसे ही प्रतिष्ठानों में आग लगने की घटनाओं के मद्देनजर दिल्ली सरकार के अग्निशमन विभाग की कार्यप्राणाली की जांच कराने की मांग की.

Show More

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button