”लिव-इन” साथी के शव के साथ तीन दिन रहा, बाद में लाश को लावारिस छोड़ा
इंदौर. इंदौर में 53 वर्षीय व्यक्ति अपनी ”लिव-इन” साथी की लाश के साथ कम से कम तीन दिन रहा और बाद में शव को बोरी में बंद करके सड़क पर लावारिस छोड़ दिया क्योंकि उसके पास अंतिम संस्कार के लिए पैसे नहीं थे. पुलिस की एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) नंदिनी शर्मा ने “पीटीआई-भाषा” को बताया कि चंदन नगर क्षेत्र में रविवार को 57 वर्षीय महिला की बोरे में बंद लाश मिली. उन्होंने बताया कि महिला का शव चार-पांच दिन पुराना था और काफी सड़ चुका था.
एसीपी ने बताया,”हमें महिला के शव पर किसी तरह की चोट के निशान नहीं मिले. पोस्टमॉर्टम से पता चला है कि वह लीवर संबंधी दिक्कतों और अन्य बीमारियों से लम्बे समय से जूझ रही थी जिनके कारण उसकी स्वाभाविक मौत हुई.” शर्मा ने बताया कि यह महिला पिछले 10 साल से एक व्यक्ति के साथ रह रही थी. उन्होंने बताया,”जब हम इस 53 वर्षीय व्यक्ति के पास पहुंचे, तो वह राजमोहल्ला क्षेत्र के एक बगीचे में बैठा था. वह रंगाई-पुताई का काम करता है. वह मानसिक रूप से थोड़ा कमजोर है.” एसीपी ने बताया कि चार-पांच दिन पहले इस व्यक्ति के पड़ोसियों ने उससे कहा कि उसके घर से बदबू आ रही है और उसे देखना चाहिए कि उसके घर कोई चूहा तो नहीं मर गया है.
उन्होंने बताया,”जांच से पता चला है कि यह व्यक्ति अपने घर में महिला के शव के साथ कम से कम तीन दिन से रह रहा था. बदबू को लेकर पड़ोसियों की शिकायत के बाद उसने शनिवार रात इस शव को बोरी में डाला और अपने घर से करीब 200 मीटर दूर ले गया. जब शव के वजन से उसकी सांस फूलने लगी तो वह लाश को सड़क पर लावारिस छोड़कर गायब हो गया.” एसीपी के मुताबिक इस व्यक्ति ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसने अपनी ”लिव-इन” जोड़ीदार के शव को इसलिए लावारिस छोड़ा क्योंकि उसके पास उसके अंतिम संस्कार के लिए धन नहीं था. उन्होंने बताया कि महिला की मौत के मामले में विस्तृत जांच जारी है और इसके आधार पर उचित कानूनी कदम उठाए जाएंगे. चंदन नगर थाने के प्रभारी इंद्रमणि पटेल ने बताया कि पुलिस ने सोमवार को महिला के शव का अंतिम संस्कार कराया.