सांप्रदायिक ताकतों को रोकने का तरीका केरल के लोगों से सीखना चाहिए: तेलंगाना के मुख्यमंत्री
कोझीकोड. तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने सोमवार को यहां कहा कि भारत के अन्य राज्यों के लोगों को सांप्रदायिक ताकतों को हाशिए पर रखने में केरल के लोगों का अनुकरण करना चाहिए. रेड्डी ने कहा कि जब भी वह केरल आए उन्होंने यह सबक सीखा कि सांप्रदायिक ताकतों को अपने राज्य में प्रवेश करने से कैसे रोका जाए.
रेड्डी ने कांग्रेस की सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) द्वारा आयोजित ‘स्नेहसदास’की वार्षिक बैठक को संबोधित किया. उन्होंने पनाक्कड़ सैयद सादिक अली शिहाब थंगल के नेतृत्व वाली पार्टी को ऐसे आयोजन के लिए बधाई दी, जब कुछ लोग इस देश को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं और मोहब्बत के बाजार में नफरत की दुकानें खोल रहे हैं. ‘स्नेहसदास’ के तहत विभिन्न समुदायों के सदस्य एक मंच पर आकर अपना सौहार्द और प्रेम दिखाते हैं.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने कहा कि इस देश को विभाजित करने और इसके संविधान को बदलने की चाहत रखने वाली सांप्रदायिक ताकतें केरल में प्रवेश करने की पुरजोर कोशिश कर रही हैं, लेकिन यहां के लोगों ने उन्हें यहां घुसने नहीं दिया है. रेड्डी ने कहा, “केरल भारत के लिए आदर्श है.” उन्होंने कहा कि केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) देश में ‘इंडिया’ गठबंधन के लिए एक आदर्श है.
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर ‘राजा’ की तरह सोचने और काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सिर्फ चुनाव जीतने के लिए एक विशेष समुदाय के लिए बोलना और एक विशेष समुदाय के खिलाफ बोलना, प्रधानमंत्री के पद की गरिमा के अनुकूल नहीं है.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने कहा, “अगर सांप्रदायिक ताकतें इस बार जीत जाती हैं, तो यह हमारे देश के लिए खतरनाक होगा, हमारे संविधान के लिए खतरनाक होगा और आरक्षण के लिए खतरनाक होगा.” उन्होंने कहा कि भाजपा केवल संविधान को बदलने और एससी और ओबीसी आरक्षण को खत्म करने के लिए 400 से अधिक सीट की बात कर रही है.
रेड्डी ने कहा, “लोगों ने मोदी को दो मौके दिए, लेकिन वह लोगों के लिए कुछ भी करने में असफल रहे. इसलिए इस बार लोग उन्हें हराएंगे.” उन्होंने कहा कि भाजपा को उन राज्यों में केवल आधी सीटें मिलने जा रही हैं जहां उन्होंने पिछले संसद चुनावों के दौरान जीत हासिल की थी और अगर उन्हें अधिक सीटें चाहिए तो उन्हें पाकिस्तान में जाकर चुनाव लड़ना होगा. उन्होंने कहा, “दक्षिण भारत ‘इंडिया’ गठबंधन को 100 सीटें देने जा रहा है. राजग को केरल और तमिलनाडु में एक भी सीट नहीं मिलेगी.”