तुहिन कांता पांडे बने SEBI के नए अध्यक्ष
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नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने मौजूदा वित्त सचिव तुहिन कांता पांडे को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। वे माधवी पुरी बुच की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल 28 फरवरी को समाप्त हो गया है। 1987 बैच के ओडिशा कैडर के आईएएस अधिकारी पांडे आगामी तीन वर्षों तक सेबी के प्रमुख के रूप में अपनी सेवाएं देंगे।
अपने करियर में पांडे ने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। वे वित्त मंत्रालय के निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) के सचिव रह चुके हैं। इसके अलावा, उन्होंने लोक उद्यम विभाग (DPI), योजना आयोग (अब नीति आयोग), कैबिनेट सचिवालय और वाणिज्य मंत्रालय में भी कार्य किया है।
ओडिशा सरकार के अधीन भी उन्होंने स्वास्थ्य, वित्त, परिवहन, वाणिज्यिक कर और सामान्य प्रशासन विभागों में अपनी सेवाएं दी हैं। पांडे ने पंजाब विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री और ब्रिटेन के बर्मिंघम विश्वविद्यालय से एमबीए किया है।
माधवी पुरी बुच का कार्यकाल समाप्त
मार्च 2022 में सेबी की पहली महिला प्रमुख बनीं माधवी पुरी बुच का कार्यकाल समाप्त हो गया है। उनके कार्यकाल के दौरान हिंडनबर्ग-अडानी विवाद बड़ा मुद्दा बना, जिसमें उन पर निष्पक्षता को लेकर सवाल उठे थे। हालांकि, उन्होंने सभी आरोपों को खारिज कर दिया था।
सेबी के सामने नई चुनौतियां
तुहिन कांता पांडे ऐसे समय में सेबी की कमान संभाल रहे हैं जब भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता, कॉरपोरेट गवर्नेंस और इनसाइडर ट्रेडिंग जैसे मुद्दे चिंता का विषय बने हुए हैं। उनके सामने सेबी की नीतियों को और अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने की चुनौती होगी।