शकील अहमद ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा


नयी दिल्ली. पूर्व केंद्रीय मंत्री शकील अहमद ने बिहार में कांग्रेस के स्थानीय नेतृत्व के साथ मतभेदों का हवाला देते हुए मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. अहमद ने बिहार विधानसभा चुनाव के दोनों चरणों के मतदान संपन्न होने के बाद यह कदम उठाया. बिहार से ताल्लुक रखने वाले अहमद, तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में केंद्रीय गृह, संचार और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री थे.
अहमद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव भी रह चुके हैं. वह वर्ष 2000 से 2003 तक बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रहे. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजे त्यागपत्र में अहमद ने कहा कि वह कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास करते हैं और किसी भी पार्टी में शामिल नहीं होंगे.
उन्होंने कहा, ”भारी मन से, मैंने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला किया है. मेरे इस्तीफे का मतलब यह नहीं है कि मैं किसी अन्य पार्टी में शामिल हो जाऊंगा. वास्तव में, मेरा ऐसा करने का कोई इरादा नहीं है.” उन्होंने यह भी कहा, ”अपने पूर्वजों की तरह मुझे कांग्रेस पार्टी की विचारधारा और सिद्धांतों में पूर्ण विश्वास है और मैं हमेशा इसकी विचारधारा और सिद्धांतों का समर्थक बना रहूंगा. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मेरे जीवन का अंतिम वोट भी कांग्रेस को ही जाएगा.”
अहमद ने कहा कि उनके दादा, अहमद गफूर 1937 में विधानसभा के सदस्य चुने गए थे. उनकी मृत्यु के बाद, उनके पिता शकूर अहमद, 1952 और 1977 के बीच पांच बार विधायक चुने गए और विभिन्न पदों पर रहे. उनका कहना है, ”हालांकि, मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला पहले ही कर लिया था, मतदान संपन्न होने के बाद इसकी घोषणा कर रहा हूं. मैं नहीं चाहता था कि चुनाव के बीच में कोई गलत संदेश जाए और पार्टी को इसका नुकसान उठाना पड़े.” उन्होंने उम्मीद जताई कि कांग्रेस इस बार के विधानसभा चुनाव में पिछली बार से बेहतर प्रदर्शन करेगी.





