माफिया डॉन भाइयों को ऑन कैमरे में हत्या के बाद केंद्र सरकार का बड़ा फैसला…अब पत्रकारों के लिए बनेगी SOP जाने क्यों जरुरी है एसओपी?
इटावा, 16 अप्रैल। प्रयागराज में माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई की कैमरों के सामने हत्या के बाद केंद्र सरकार ने पत्रकारों के लिए बड़ा फैसला लिया है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि देश में पत्रकारों के लिए एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) बनाई जाएगी। इसमें इनकी सेफ्टी और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा.
पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद सरकार पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर यह कदम उठाने जा रही है। दरअसल, बताया जा रहा है कि इस हत्याकांड में तीनों आरोपी मीडियाकर्मी बनकर आए थे। हमला भी उसी समय हुआ जब मीडिया के लोग अतीक और अशरफ से सवाल कर रही थी।
अतीक अहमद को हाल ही में साबरमती जेल से यूपी लाया गया था। पुलिस से अपनी कस्टडी में लेकर उमेशपाल हत्याकाड के बारे में पूछताछ कर रही थी। उसके साथ उसका भाई अशरफ भी था। जिस समय दोनों भाइयों पर गोली दागी गई उस समय दोनों के हाथों में एक ही हथकड़ी लगी हुई थी।
घटना के बाद पुलिस सुरक्षा पर खड़े हुए सवाल
दोनों भाईयों की कैमरे के सामने ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या की घटना के बाद यूपी पुलिस पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं। यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि पुलिस की सुरक्षा में इस घटना को अंजाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि यूपी में अपराधियों के हौसले बुलंद है।
घटना को अंजाम देने के लिए हमलावरों की ओर से कुल 18 राउंड फायरिंग की गई। गोली लगने के बाद दोनों भाइयों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया. रविवार यानी आज खबर लिखे जाने तक दोनों भाइयों को पोस्टमार्टम किया जा रहा है।
खबर ये भी आ रही है कि अगर दोनों का पोस्टमार्टम समय पर हो जाता है तो दोनों को आज ही दफनाया जा सकता है। हालांकि, अधिकारियों की ओर से इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
क्या है एसओपी
स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर या एसओपी एक ऐसा डॉकयुमेंट होता है जिसमें किसी काम को करने के लिए स्टेप-बॉय-स्टेप सारी इन्फॉर्मेशन दी हुई होती है। शायद किसी मौजूदा Sopको अपडेट या मॉडिफाय किए जाने की ज़रूरत हो सकती है, या ऐसी परिस्थिति हो सकती है जहां आपको कोई शुरू से लिखना पड़े। यह बहुत बड़ा काम लगता है, मगर यह तो वास्तव में बस एक चेकलिस्ट है। इसे शुरू करने के लिए पहला स्टेप देखिये।
(एसओपी) का फुल फॉर्म स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर)” है तथा हिंदी में इसे एक मानक संचालन प्रक्रिया कहते है | एसओपी विभिन्न कम्पनियों द्वारा सेल्स, मार्केटिंग, एकाउंटिंग और कस्टमर सर्विस जैसे व्यवसायिक कार्यों में निरंतरता सुनिश्चित करनें के लिए एक मानक प्रक्रिया है |
एसओपी का क्या मतलब होता है?
एसओपी अर्थात एक मानक संचालन प्रक्रिया एक ऐसा लिखित दस्तावेज होता है, जो किसी ऑर्गेनाइजेशन या संगठन के अन्दर कार्य करनें वाली टीमों और सदस्यों को कुछ प्रक्रियाओं को पूरा करने के बारे में स्पष्ट दिशा निर्देश प्रदान करनें का कार्य करता है। एसओपी का उद्देश्य किसी कार्य को करने के बारे में विस्तृत निर्देश प्रदान करना है, ताकि टीम का कोई भी सदस्य कार्य को सुचारू और व्यवस्थित ढ़ंग से कर सके | दूसरे शब्दों में कहे, तो एसओपी नियमों का एक ऐसा समूह है, जिसके माध्यम से कोई फर्म या कम्पनी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कुछ कार्यों को करने के लिए करती है।
दरअसल एसओपी किसी भी क्षेत्र में कार्य करनें वाले कर्मचारियों के लिए एक गाइड की तरह कार्य करता है | इसके द्वारा कर्मचारियों को अपना कार्य करनें में बहुत ही सहुलियत होती है | उदाहरण के लिए यदि आप किसी कम्पनी के मालिक है, और अपनी कम्पनी की ग्रोथ के लिए अपनें उत्पाद की गुणवत्ता और बेहतर सेवाओ के लिए आप सभी महत्वपूर्ण निर्णय लेते हैं | यदि कंपनी पहले ही अपनी क्षमता पर पहुंच चुकी है, तो कंपनी के मालिक आवश्यक सभी निर्णय ठीक से ले पाने में असमर्थ है। इसके लिए आपको एसओपी के दस्तावेज तैयार करने चाहिए, ताकि कंपनी उचित रूप से एक योजना लागू कर सके तथा उसके अनुसार कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा सके।