दिहाड़ी मजदूर के खाते में थे 17 रुपए, अचानक 100 करोड़ से भर गया एकाउंट…
मुर्शिदाबाद । पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले से अचंभित कर देने वाला एक मामला सामने आया है। जिले के जंगीपुर पुलिस थाना अंतर्गत वासुदेवपुर गांव के रहने वाले दिहाड़ी मजदूर नसीरुल्लाह मंडल मजदूरी करके परिवार के 6 लोगों का भरण-पोषण करते हैं। नसीरुल्लाह रातोंरात अरबपति बन गए, क्योंकि उनके एकाउंट में अचानक 100 करोड़ रुपए जमा हो गए, लेकिन उनको पता ही नहीं चला, जबकि उनके एकाउंट में 17 रुपये थे। उनको तब पता चला जब जंगीपुर थाने की साइबर क्राइम ब्रांच का नोटिस मिला और 30 मई को वहां पेश होकर इस ट्रांसफर मनी के बारे में जानकारी देने को कहा गया।
दिहाड़ी मजदूर को पुलिस की ओर से भेजे गए नोटिस के बाद से कई सवाल भी खड़े हो गए हैं। इस मामले में अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है कि आखिर पुलिस ने उनको नोटिस क्यों भेजा है। बैंक मैनेजर ने नसीरुल्लाह के पूछने पर बताया कि उनका खाता ब्लॉक होने से पहले उसमें 17 रुपये थे। इसके बाद से मजदूर बेहद परेशान है और सोच रहा है कि आखिर जो उनको नोटिस दिया गया है वो इसका क्या जवाब देंगे। खाते में 100 करोड़ रुपये का नोटिस मिलने के बाद मजदूर ने बैंक जाकर इसकी जांच-पड़ताल की थी। बैंक कर्मचारियों ने जांच कर बताया कि उनके खाते में तो मात्र 17 रुपये हैं। हराहिम उत्तर 24 परगना देगंगा के वासुदेवपुर का नसीरुल्लाह गरीब दिहाड़ी मजदूर है।
देगंगा पुलिस सूत्रों का कहना है कि एक सरकारी बैंक में नसीरुल्लाह मंडल का खाता है, जिसे साइबर क्राइम विभाग के कहने पर पहले ही फ्रीज कर दिया गया है। नसीरुल्लाह मंडल ने मीडिया से कहा कि उन्होंने कभी भी कुछ हजार रुपये से ज्यादा अपने बैंक खाते में नहीं रखे। उन्होंने कहा कि बड़ी मुश्किल से दिहाड़ी मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करता हूं।
नसीरुल्लाह को 30 मई तक जरूरी दस्तावेज के साथ मुर्शिदाबाद थाने पहुंचना होगा। नोटिस जारी होने के बाद बैंक ने साइबर क्राइम के कहने पर नसीरुल्लाह के खाते को फ्रीज करा दिया है। बताया गया है कि मुर्शिदाबाद के रघुनाथगंज थाने में नसीरुल्लाह के नाम से शिकायत दर्ज कराई गई है। नोटिस मिलने के बाद नसीरुल्लाह से पूछताछ शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि मैं काम पर गया था। थाने से दो पुलिसकर्मी मेरे घर आए थे।