माल्या, नीरव और भंडारी को लेने ब्रिटेन जाएगी टीम
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारियों की संयुक्त टीम जल्द ब्रिटेन जाएगी.
इसका मकसद देश में घोटालों को अंजाम देने के बाद ब्रिटेन भागने वाले रक्षा सौदा घोटाले के आरोपी संजय भंडारी, हीरा व्यापारी नीरव मोदी और किंगफिशर एयरलाइंस के प्रमोटर विजय माल्या की प्रत्यर्पण प्रक्रिया में तेजी लाना है. सूत्रों ने मंगलवार को बताया, लंदन जाने वाली टीम पारस्परिक कानूनी सहायता संधि (एमएलएटी) के तहत ब्रिटिश अधिकारियों के साथ लंबित सूचनाओं के आदान-प्रदान के संबंध में चर्चा में शामिल होगी. एमएलएटी पर हस्ताक्षरकर्ता होने के नाते ब्रिटेन और भारत दोनों आर्थिक अपराधियों और अन्य लोगों से जुड़ी आपराधिक जांच पर कानूनी रूप से जानकारी साझा करने के लिए बाध्य हैं.
विदेश मंत्रालय इस मामले में ब्रिटेन के साथ सक्रिय रूप से राजनयिक बातचीत में लगा हुआ है. यह भी पता चला है कि ब्रिटिश अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान टीम में विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे.