शेयर बाजार में लगातार चौथे दिन तेजी; सेंसेक्स 583 अंक और चढ़ा, निफ्टी 17,500 अंक के पार
मुंबई. स्थानीय शेयर बाजारों में बुधवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में तेजी का सिलसिला जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स 582.87 अंक और चढ़ गया. सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और वित्तीय शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी रही. भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा से एक दिन पहले तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 582.87 अंक यानी 0.99 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,689.31 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स बढ़त के साथ खुला और कारोबार के दौरान एक समय 59,747.12 अंक तक चढ़ गया था.
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 21 लाभ में और नौ नुकसान में रहे. पचास शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 159 अंक यानी 0.91 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,500 के ऊपर 17,557.05 अंक पर बंद हुआ. निफ्टी के 37 शेयर लाभ में जबकि 13 नुकसान में रहे. सेंसेक्स के शेयरों में लार्सन एंड टुब्रो सबसे ज्यादा 3.96 प्रतिशत चढ़ा. कंपनी के पश्चिम एशिया में बड़ी परियोजना हासिल करने की घोषणा से उसके शेयर में तेजी आई है.
इसके अलावा एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, सन फार्मा, आईटीसी, एचयूएल, टाइटन, टीसीएस, एचसीएल टेक, एशियन पेंट्स, बजाज फाइनेंस, इन्फोसिस और टाटा स्टील प्रमुख रूप से लाभ में रहे. दूसरी तरफ इंडसइंड बैंक सबसे ज्यादा 1.26 प्रतिशत नीचे आया. मंिहद्रा एंड मंिहद्रा, एनटीपीसी, एसबीआई और मारुति सुजुकी भी नुकसान में रहे.
चार कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 2,075 अंक यानी 3.5 प्रतिशत जबकि निफ्टी 605 अंक यानी करीब चार प्रतिशत चढ़ा. जियोजीत फाइनेंशियल र्सिवसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि घरेलू बाजार में मजबूती दिख रही है. दुनिया के अन्य प्रमुख बाजारों में कमजोर रुख का असर इसपर नहीं पड़ा. मुख्य रूप से बैंकों और एनबीएफसी (गैर-बैंंिकग वित्तीय कंपनी) के मजबूत तिमाही आंकड़ों और अप्रत्याशित लाभ कर में कटौती से बाजार में तेजी आई.
उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक नीतिगत दर में वृद्धि पर रोक लगाने से पहले बृहस्पतिवार को मौद्रिक समीक्षा में रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की एक और बढ़ोतरी कर सकता है. अगर ऐसा होता है तो यह बाजार के लिये सकारात्मक होगा. मुद्रास्फीति के अपेक्षाकृत ऊंचा रहने के साथ निवेशकों की नजर रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा पर है.
इस बीच, सेवा क्षेत्र की गतिविधियां मार्च में धीमी पड़ी. एक सर्वेक्षण में बुधवार को बताया गया कि नए कारोबारी ठेके मिलने की रफ्तार धीमी रहना इसकी वजह है. मौसमी रूप से समायोजित एसएंडपी ग्लोबल भारत सेवा पीएमआई कारोबारी गतिविधि सूचकांक फरवरी के 59.4 से घटकर मार्च में 57.8 रह गया.
वैश्विक बाजारों में जापान के निक्की में गिरावट जबकि दक्षिण कोरिया के कॉस्पी में तेजी रही. हांगकांग और शंघाई में अवकाश के कारण बाजार बंद रहे. यूरोप के प्रमुख बाजारों में जर्मनी के डीएक्स और फ्रांस के सीएससी 40 में गिरावट रही जबकि ब्रिटेन के एफटीएसई-100 में मामूली बढ़त रही. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक सोमवार को शुद्ध लिवाल रहे. उन्होंने 321.93 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे.