साइबर ठगी के शिकार आठ पीड़ितों के चेहरे पर लौटी मुस्कान
बिलाईगढ़ पुलिस के प्रयास से 3,39,424 रुपए पीड़ितों के खाते में वापस
सारंगढ़-बिलाईगढ़। जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ के पुलिस अधीक्षक पुष्कर शर्मा द्वारा सभी थाना और चौकी प्रभारियों को साइबर ठगी के शिकार पीड़ितों की रकम वापस कराने के निर्देश दिए गए थे। इसी दिशा में अति. पुलिस अधिकारी कमलेश्वर चंदेल और एसडीओपी विजय ठाकुर के मार्गदर्शन में, थाना प्रभारी प्रमोद यादव के नेतृत्व में बिलाईगढ़ थाना की टीम सक्रिय रही। टीम ने ठगी की गई रकम की छानबीन की और अवैध ट्रांजेक्शन को रोकने के लिए तत्काल पेमेंट गेटवे से संपर्क किया। न्यायालयीन प्रक्रिया के तहत आवश्यक कार्यवाही करते हुए, साइबर ठगी के शिकार आठ पीड़ितों को 3,39,424 रुपए वापस दिलाए गए।
पीड़ितों को मिली राहत
बिलाईगढ़ के दिलीप देवांगन को 2,51,531 रुपए, ग्राम भोथीडीह की दरस बाई चेलक को 18,000 रुपए, दाऊबंधान की सिमरन सेंडे को 15,000 रुपए, बिलाईगढ़ की नेहा पाटले को 5,000 रुपए, भारती धीवर को 20,000 रुपए, रामतला के श्रवण कुमार को 1,000 रुपए, बिलाईगढ़ के रवि कुमार को 13,893 रुपए, और सुरगुली की सुखमति मानिकपुरी को 15,000 रुपए उनके खातों में वापस मिले।
कैसे बनाए जाते हैं ठगी का शिकार
साइबर ठगों द्वारा लोगों को फोन और ईमेल के जरिए ठगा जाता है। कभी लॉटरी का झांसा दिया जाता है तो कभी बैंक अकाउंट हैक होने या कार्ड बंद होने का डर दिखाकर लोगों से जानकारी जुटाई जाती है। इसके अलावा, ‘एनीडेस्क’ जैसे रिमोट एक्सेस ऐप डाउनलोड करवाकर भी लोग ठगी का शिकार होते हैं। पुलिस लगातार जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को इस प्रकार की ठगी से बचने के उपाय बता रही है।
पुलिस टीम की सराहनीय कार्यवाही
इस संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी प्रमोद यादव के साथ आरक्षक शंकर कुर्रे, हेमंत जाटवार, सतपाल, और अनिल कपूर भी शामिल रहे।