राजधानी के डॉ. दिनेश मिश्र का नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज
33 वर्षों से निःशुल्क नेत्र शिविरों का अद्वितीय योगदान
रायपुर । राजधानी के वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ डॉ. दिनेश मिश्र के समाजसेवा के क्षेत्र में किए गए अभूतपूर्व कार्य को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में मान्यता दी गई है। पिछले 33 वर्षों से दीपावली और होली जैसे बड़े त्योहारों के दौरान उनके द्वारा आयोजित निःशुल्क नेत्र शिविरों को जनसेवा का अद्वितीय उदाहरण मानते हुए उन्हें यह सम्मान प्रदान किया गया।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने डॉ. दिनेश मिश्र को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा जारी पदक और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर संस्था की छत्तीसगढ़ प्रमुख श्रीमती सोनल राजेश शर्मा, विधानसभा अध्यक्ष के सचिव विक्रम सिसोदिया और अन्य नागरिक उपस्थित थे।
समाजसेवा का लंबा सफर
डॉ. दिनेश मिश्र ने 1991 में निःशुल्क नेत्र शिविरों की शुरुआत की थी। इन शिविरों का आयोजन त्योहारों के दौरान इसलिए किया गया ताकि आपातकालीन परिस्थितियों में जरूरतमंद मरीजों को तत्काल चिकित्सा सुविधा मिल सके। उन्होंने बताया कि दीपावली के पटाखों और होली के रंगों से होने वाली दुर्घटनाओं के कारण नेत्र संबंधी समस्याएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में इन शिविरों ने हजारों लोगों को राहत प्रदान की है।
4,000 से अधिक मरीजों का इलाज
डॉ. मिश्र ने अब तक 4,000 से अधिक घायल मरीजों का निशुल्क परीक्षण, उपचार और ऑपरेशन किया है। उन्होंने कभी भी किसी व्यक्ति या संस्था से आर्थिक सहायता नहीं ली और मरीजों को मुफ्त दवाइयां और उपचार उपलब्ध कराया।
डॉ. मिश्र की उपलब्धियां
डॉ. दिनेश मिश्र को उनके सेवा कार्यों के लिए पहले भी कई प्रतिष्ठित सम्मान मिल चुके हैं, जिनमें शामिल हैं:
छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण रविशंकर शुक्ल सम्मान (2006)
राष्ट्रीय अवॉर्ड (2008) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा।
रेड एंड व्हाइट ब्रेवरी गोल्ड अवॉर्ड।
महिला आयोग (2007) द्वारा सम्मान।
प्रेरणादायक पहल
डॉ. रमन सिंह ने उनके कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि डॉ. मिश्र ने मानवता के लिए जो योगदान दिया है, वह समाजसेवा का प्रेरणादायक उदाहरण है। श्रीमती सोनल शर्मा ने भी उनकी पहल को अत्यंत सराहनीय बताया और कहा कि त्योहारों के दौरान ऐसे शिविर लगाना, जब चिकित्सकीय सेवाएं सीमित होती हैं, एक बड़ा योगदान है।
लोगों के विश्वास का आधार
डॉ. मिश्र के प्रयासों ने न केवल रायपुर बल्कि छत्तीसगढ़ के दूरदराज इलाकों में भी लोगों का विश्वास अर्जित किया है। मरीज लंबी दूरी तय करके इन शिविरों में उपचार के लिए आते हैं।
यह सम्मान डॉ. दिनेश मिश्र के निस्वार्थ सेवा और अद्वितीय जनसेवा के प्रति समर्पण को प्रमाणित करता है।