हिंसा के बाद गाजा पट्टी में दोनों पक्षों के बीच लोगों को मिली बड़ी राहत…
गाजा सिटी। इजराइल और फलस्तीनी चरमपंथियों के बीच जारी हिंसा में संघर्ष विराम लागू हो गया है। यहां पिछले पांच दिनों तक हुई हिंसा के बाद गाजा पट्टी में दोनों पक्षों के बीच रविवार को संघर्ष विराम लागू होने पर सहमति बन गई। इस हिंसा में फलस्तीन के 33 और इजराइल के दो लोगों की मौत हुई है।
गाजा पर ताजा हिंसा मंगलवार को शुरू हुई थी, जब इजराइली विमानों ने ‘इस्लामिक जिहाद’ के तीन शीर्ष कमांडर को मार गिराया था। यह हमला गाजा से दागे गए रॉकेट के जवाब में किया गया था। इसके बाद से दोनों पक्षों के बीच हिंसा जारी थी, लेकिन मिस्र की मदद से शनिवार देर रात संघर्ष विराम समझौता किया गया।
इस संघर्ष विराम के कारण गाजा के उन 20 लाख लोगों और लाखों इजराइलियों को राहत मिली, जो हाल के दिनों में बमबारी की चपेट में आने से बचने के लिए बम-रोधी आश्रयों में रह रहे थे।
गौरतलब है कि इजराइल के हमलों से गाजा के कई अपार्टमेंट में छेद हो गए हैं। इन अपार्टमेंट में ‘इस्लामिक जिहाद’ के छह प्रमुख सदस्य छुपे हुए थे, जो ताजा हमलों में मारे गए। इजराइल रॉकेट हमले को झेलने वाले दक्षिणी इजराइल के निवासियों पर लगे प्रतिबंधों को धीरे-धीरे हटा रहा है।।
इजराइली अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने इस्लामिक जिहाद के कई शीर्ष अधिकारियों को मार गिराया है। उन्होंने कहा कि इजराइल ने पुख्ता खुफिया जानकारी के आधार पर हमले किए थे। इन हमलों के दौरान गाजा में मारे गए लोगों में कम से कम 13 आम नागरिक थे। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उग्रवादियों के ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए हमलों की गूंज दुनियाभर में सुनाई देगी।
उन्होंने अपनी कैबिनेट की एक बैठक में कहा कि गाजा में और उससे परे भी इजराइल के शत्रु जानते हैं कि यदि वे छुपने की कोशिश करेंगे, तो भी हम किसी भी समय उन तक पहुंचने में सक्षम हैं और इसके लिए तैयार हैं।
गाजा में बमबारी में आम लोगों के हताहत होने को लेकर इजराइल को मानवाधिकार समूहों की आलोचना का अक्सर शिकार होना पड़ता है, जबकि इजराइल का कहना है कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कोशिश करता है कि इन हमलों के कारण आम नागरिकों को नुकसान न हो।
इजराइली सेना ने बताया कि पिछले पांच दिन में उसने 1,400 से अधिक रॉकेट दागे। हमास के 2007 में गाजा पर कब्जा करने के बाद से इजराइल और फलस्तीन के बीच संघर्ष होता रहता है। इजराइल और हमास के बीच चार युद्ध हुए हैं और हिंसा की कई अन्य छोटी-मोटी घटनाएं हुई हैं।
हमास ने ताजा हमलों के लिए ‘इस्लामिक जिहाद’ की प्रशंसा की है, लेकिन वह इस हिंसा में शामिल नहीं हुआ, जिससे संघर्ष का दायरा सिमटा रहा।