कांग्रेस नहीं लड़ेगी UP विधानसभा उप चुनाव, सपा को देगी समर्थन
नई दिल्ली । UP में 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासी माहौल गर्म है। ताजा खबर यह है कि कांग्रेस ने यूपी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद एआईसीसी उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि कांग्रेस एक भी सीट पर अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों का समर्थन किया जाएगा और पार्टी के वरिष्ठ नेता उनके लिए प्रचार भी करेंगे।
अनिवाश पांडे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, ‘देश के राजनीतिक हालात को देखते हुए इंडी गठबंधन बनाया गया है। इसका किसी संगठन या पार्टी से संबंध नहीं है। इसी तर्ज पर हमने लोकसभा चुनाव लड़ा था। हमने तय किया है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी और इंडी गठबंधन के उम्मीदवारों को जीतने में मदद करेगी।
भाजपा ने मुलायम सिंह यादव के दामाद को करहल से दिया टिकट
इससे पहले UP उपचुनाव के लिए भाजपा ने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है। पार्टी ने अभी 7 सीटों पर प्रत्याशियों का एलान किया है। शेष 2 में कानपुर की सीसामऊ सीट पर अभी प्रत्यासी घोषित नहीं किया गया है। भाजपा ने एक सीट मीरापुर सहयोगी रालोद के लिए छोड़ी है।
भाजपा ने गाजियाबाद से संजीव शर्मा को टिकट दिया है। वहीं कुंदरकी से रामवीर सिंह ठाकुर को मैदान में उतारा गया है। अनुसूचित जाति की सीट खैर पर सुरेंद्र दिलेर को मौका दिया गया है। सुरेंद्र भाजपा के पूर्व सांसद राजवीर दिलेर के बेटे हैं। करहल सीट से अनुजेश यादव चुनाव लड़ेंगे। यह सीट सपा का गढ़ रहा है। अनुजेश, समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव के बहनोई हैं। इस तरह वे रिश्ते में मुलायम सिंह यादव के दामाद भी हैं।
फूलपुर से दीपक पटेल को मैदान में उतारा गया है। दीपक पटेल पूर्व सांसद केसरी देवी पटेल के बेटे हैं और पूर्व में बसपा से विधायक रहे हैं।
कटेहरी सीट पर निषाद पार्टी का दावा बताया जा रहा था, लेकिन भाजपा ने धर्मराज निषाद पर दांव खेला है।धर्मराज निषाद पूर्व में बसपा में थे। 3 बार विधायक और बसपा सरकार में मंत्री भी रहे। 2022 से पहले भाजपा में आए थे और चुनाव हार गए थे। अब भाजपा ने फिर मौका दिया है।
इसी तरह मझवां सीट पर सुचिस्मिता मौर्य को उतारा गया है। सुचिस्मिता पूर्व में भाजपा से विधायक रही हैं। वर्ष 2022 में सीट निषाद पार्टी को दे दी गई थी। इस बार मझवां से भाजपा फिर उन्हें लड़ा रही है।