सुपुर्द-ए-खाक हुआ असद पिता ने गिड़गिड़ाया-मिन्नतें किया लेकिन नहीं पहुंच सका जनाजे में…
प्रयागराज, 15 अप्रैल। गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद के बेटे असद अहमद का शव शनिवार सुबह यहां कसारी मसारी कब्रिस्तान में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दफनाया गया।
मसारी कब्रिस्तान में कड़े सुरक्षा में दफनाया
असद को एनकाउंटर में मारे जाने के बाद उसका शव झांसी से लाये जाने के बाद शनिवार को प्रयागराज के कसारी-मसारी कब्रिस्तान में कड़े सुरक्षा व्यवस्था के बीच दफनाया गया। बेटे असद के अंतिम संस्कार में अतीक तो शामिल नहीं हो सका ऐसे में असद के नाना ने उसका अंतिम संस्कार किया।
24 फरवरी को प्रमुख गवाह पर ताबड़तोड़ चलाई गोलियां
गौरतलब है कि बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल के हत्याकांड मामले के प्रमुख गवाह रहे उमेश पाल और उसके दो सुरक्षाकर्मियों की इसी साल 24 फरवरी को प्रयागराज में एक ताबड़तोड़ गोलियां चला कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में वांछित अभियुक्त असद अहमद और गुलाम बृहस्पतिवार को झांसी में विशेष कार्य बल के साथ हुई मुठभेड़ में मारे गए थे। यह घटना उस समय हुई थी, जब अतीक और उसके भाई अशरफ अहमद की प्रयागराज की एक अदालत में पेशी हो रही थी।
पुलिस प्रशासन ने पाबंदी लगाई
अतीक अहमद के अधिवक्ता विजय मिश्रा ने बताया कि अतीक और अशरफ को जनाजे में शामिल होने की अनुमति नहीं मिल पाई। असद के रिश्ते के नाना हामिद अली ने कहा कि पुलिस प्रशासन ने पाबंदी लगाई थी। जिसके चलते जहां पुश्तैनी निवास पर गुस्ल की रस्म होनी चहिए थी वो नहीं सकी। असद से बरसो पहले मिला था। पढ़ने में अच्छा था लेकिन जाने ऐसा क्या हुआ दिमाग फिर गया और अपराध कर डाला। दो महिलाएं कब्रिस्तान के अंदर गई हैं। यह कौन है अभी साफ नहीं है। इसमें एक शाइस्ता की बहन साहिन बताई जा रही है। दोनों के स्कूटी से आने की बात सामने आ रही है।