दुनिया में सबसे ज्यादा मोबाइल-सब्सक्राइबर जोडऩे वाला देश बना भारत
नई दिल्ली । भारत दुनिया में सबसे ज्यादा मोबाइल सब्सक्राइबर जोडऩे वाला देश बन गया है। इस साल के दूसरे क्वार्टर (जुलाई-सितंबर) में भारत में 70 लाख से ज्यादा मोबाइल सब्सक्राइबर बढ़े हैं। इस लिस्ट में चीन 50 लाख और अमेरिका 30 लाख ग्राहक जोड़ कर दूसरे और तीसरे नंबर पर है।
एरिक्सन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में सस्ते दरों पर इंटरनेट सर्विस और टेलिकॉम के परफेक्ट कॉम्पिटिशन वाले मार्केट के चलते ये सब्सक्राइबर बढ़े हैं। वहीं इसी क्वर्टर के दौरान दुनिया भर में 5 प्रतिशत मोबाइल यूजर्स की संख्या भी बढक़र 130 करोड़ के पार चली गई है। रिपोर्ट के अनुसार, इस साल जून में ग्लोबली टोटल 4 करोड़ नए सब्सक्राइबर्स जुड़े हैं। इससे टोटल ग्राहकों की संख्या बढक़र 830 करोड़ हो गई है।
वहीं भारत में इनकी संख्या 70 लाख बढक़र 112.5 करोड़ हो गई है। इस दौरान चीन में मोबाइल सब्सक्राइबर की संख्या 50 लाख बढक़र 169.5 करोड़ हो गई। इसके अलावा जून क्वार्टर में 5 प्रतिशत यूजर्स की संख्या 17.5 करोड़ बढक़र 130 करोड़ हो गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में 260 कम्युनिकेशन सर्विस प्रोवाइडर ने 5 प्रतिशत सर्विस लॉन्च की, इनमें से करीब 35 सर्विस प्रोवाइडर्स ने स्टैंडअलोन नेटवर्क लॉन्च किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ग्लोबल लेवल पर मोबाइल सब्सक्राइबर की पहुंच 105 प्रतिशत थी, यानी टोटल पॉपुलेशन से 5 प्रतिशत ज्यादा मोबाइल सब्सक्राइबर थे। वहीं इस क्वार्टर में यूनिक मोबाइल ग्राहकों की संख्या 610 करोड़ पहुंच गई। साल 2023 के दूसरे तिमाही में मोबाइल ब्रॉडबैंड ग्राहकों की संख्या सालाना आधार पर 5त्न बढक़र लगभग 10 करोड़ हो गई। वहीं टोटल मोबाइल सब्सक्रिप्शन में ब्रॉडबैंड की हिस्सेदारी बढक़र 88 प्रतिशत हो गई है। इस दौरान 5 प्रतिशत के साथ 4 प्रतिशत सब्सक्राइबर्स भी 1.1 करोड़ बढ़े। अब इसकी संख्या 520 करोड़ हो गई है। बता दें कि दुनिया भर में टोटल मोबाइल यूजर्स में से 62 प्रतिशत यूजर्स 4 प्रतिशत सर्विस का यूज करते हैं।
देश में मोबाइल यूजर्स की संख्या लगातार बढ़ रही है। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया की रिपोर्ट अनुसार, जून 2023 में देशभर में यूजर्स की संख्या 3.74 लाख बढक़र 114.36 करोड़ हो गई है। जियो और एयरटेल ने नए ग्राहकों को जोडऩा जारी रखा है। वहीं, क्चस्हृरु और वोडाफोन-आइडिया लगातार अपने यूजर्स को गंवा रहे हैं।