राहुल न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुत्व के लिए लड़ रहे खड़गे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में लोकतंत्र खतरे में है. राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा को हरी झंडी दिखाने से पहले उन्होंने यह दावा किया कि प्रधानमंत्री मणिपुर वोट मांगने तो आए थे, लेकिन राज्य के लोग जब हिंसा के कारण मुश्किल में आए तो वह नजर नहीं आए.
खड़गे का कहना था कि राहुल गांधी ने न्याय यात्रा के जरिये ऊंची उड़ान का हौसला बनाया है. खड़गे ने कहा कि राहुल गांधी चार सिद्धांतों न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुत्व के लिए लड़ रहे हैं. भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत से पहले राहुल गांधी ने थौबल में खोंगजोम वॉर मेमोरियल का दौरा कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. यह स्मारक 1891 के आंग्ल-मणिपुर युद्ध के शहीदों के सम्मान में बनवाया गया था. वर्ष 2016 में इसका शुभारंभ तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने किया था. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि यह युद्ध स्मारक पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण है.
असम के 17 जिलों से गुजरेगी भारत जोड़ो न्याय यात्रा 18 जनवरी को असम के शिवसागर से शुरू होगी और करीब आठ दिन तक राज्य के विभिन्न हिस्सों से गुजरेगी. असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा जारी प्रस्तावित यात्रा मार्ग के अनुसार, यात्रा अंतरराज्यीय सीमा पर पड़ोसी नगालैंड के हालुआतिंग से इस राज्य में प्रवेश करेगी.
बसपा से निलंबित सांसद दानिश अली यात्रा में शामिल
बसपा से निलंबित लोकसभा सांसद दानिश अली रविवार को कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल हुए. यात्रा में हिस्सा लेने को अपनी जिम्मेदारी करार देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कमजोर लोगों को न्याय दिलाने और भारतवासियों को आपस में जोड़ने की पहल की है. बसपा सांसद दानिश अली के कांग्रेस के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद यह अटकलें लगाई जाने लगी है कि लोकसभा चुनाव में वह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं. दानिश अली अमरोहा से सांसद हैं.
भारत तोड़ो और अन्याय यात्रा अनिल बलूनी
भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की न्याय यात्रा पर निशाना साधते हुए उसे नफरत और विखंडन की यात्रा करार दिया है. पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी एवं सांसद अनिल बलूनी ने कहा है कि राहुल गांधी की यात्रा भारत जोड़ो न्याय यात्रा नहीं बल्कि भारत तोड़ो और अन्याय यात्रा है. यह हर टेस्ट में फेल हो चुके कांग्रेस के नामदार राहुल गांधी को लॉन्च करने का एक और असफल प्रयास है. उन्होंने कहा, राहुल गांधी ने अपनी यात्रा का नाम न्याय यात्रा रखा है, लेकिन पहले वह अपनी पार्टी के लोगों के साथ तो न्याय कर लें. आज ही मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है.