Makar Sankranti 2024: जानिए शुभ मुहूर्त, उपाय और दान-स्नान का महत्व
Makar Sankranti 2024: मकर संक्रांति पर सूर्यदेव धनु राशि की यात्रा का विराम देते हुए मकर राशि में प्रवेश करते हैं और इसी के साथ सूर्य देव की उत्तरायण यात्रा भी आरंभ हो जाती है। उत्तरायण देवताओं का दिन माना जाता है। सूर्यदेव के उत्तरायण होने के साथ खरमास खत्म हो जाता है और सभी तरह के शुभ-मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं। मकर संक्रांति पर गंगा स्नान, दान और सूर्य आराधना का विशेष महत्व होता है। देशभर में मकर संक्रांति के त्योहार को अलग-अलग नामों से जाना और मनाया जाता है।
मकर संक्रांति स्नान-दान मुहूर्त
आज देशभर में धूमधाम के साथ मकर संक्रांति का त्योहार मनाई जा रही है। मकर संक्रांति पर स्नान और दान करने का विशेष महत्व होता है। मकर सक्रांति पर पुण्यकाल में स्नान किया जाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार आज पुण्य काल दोपहर 12 बजकर 15 मिट तक रहेगा, वहीं महापुण्य काल सुबह 07 बजकर 15 मिनट से लेकर 09 बजकर 15 मिनट तक रहेगा।
मकर संक्रांति शुभ तिथि 2024
हिंदू धर्म में मकर संक्रांति के त्योहार का विशेष महत्व होता है। आज सुबह तड़के सूर्यदेव मकर राशि में प्रवेश कर चुके हैं। सूर्यदेव एक महीने तक मकर राशि में रहेंगे। सूर्य के मकर राशि में आने से पिछले एक महीने से चला आ रहा खरमास अब खत्म हो गया है। खरमास के खत्म होते ही सभी तरह के शुभ और मांगलिक कार्य अब फिर से शुरू होंगे।
मकर संक्रांति पर तिल के दान का महत्व
मकर संक्रांति के त्योहार के अवसर पर तिल के दान का सबसे ज्यादा महत्व माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मकर संक्रांति पर तिल का दान करने से कुंडली में शनि मजबूत होते हैं। इसके अलावा मकर संक्रांति पर तिल से बनी चीजों का सेवन करने और तीर्थ स्थानों व मंदिरों में दान करना चाहिए।
मकर संक्रांति पर करें खिचड़ी का दान
मकर संक्रांति को खिचड़ी के नाम से उत्तर भारत के कुछ हिस्सो में मनाया जाता है। मकर संक्रांति पर खिचड़ी खाने और खिचड़ी की सामग्री को दान करने का विशेष महत्व होता है। खिचड़ी के दान करने से कुंडली में जो भी ग्रह कमजोर होता है वह मजबूत हो जाता है। जो लोग मकर संक्रांति पर खिचड़ी का दान करते हैं उनके घर में धन-धान्य की कभी कमी नहीं रहती है।
मकर संक्रांति पर तिल के दान का महत्व
मकर संक्रांति के त्योहार के अवसर पर तिल के दान का सबसे ज्यादा महत्व माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मकर संक्रांति पर तिल का दान करने से कुंडली में शनि मजबूत होते हैं। इसके अलावा मकर संक्रांति पर तिल से बनी चीजों का सेवन करने और तीर्थ स्थानों व मंदिरों में दान करना चाहिए।